Saturday, 31 December 2016

26 जानयुआरि 2017 ना रोज SMC कक्षा ये दिकरी ने सलाम देश के नाम नि उजवणी बाबत लेटेस्ट परिपत्र

गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व जो प्रति वर्ष २६ जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन १९५० कोभारत का संविधान लागू किया गया था।
एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश के संक्रमण को पूरा करने के लिए, 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा इस संविधान को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। 26 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था।
यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाश में से एक है, अन्य दोस्‍वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती है।
गणतंत्र दिवस समारोह २६ जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं और इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है। गणतंत्र दिवस को पूरे देश में विशेष रूप से राजधानी दिल्ली में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवसर के महत्व को चिह्नित करने के लिए हर साल एक भव्य परेड इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन (राष्ट्रपति के निवास) तक राजपथ पर राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है। इस भव्य परेड में भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट, वायुसेना, नौसेना आदि सभी भाग लेते हैं| इस समारोह में भाग लेने के लिए देश के सभी हिस्सों से राष्ट्रीय कडेट कोर व विभिन्न विद्यालयों से बच्चे आते हैं, समारोह में भाग लेना एक सम्मान की बात होती है |परेड प्रारंभ करते हुए प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति (सैनिकों के लिए एक स्मारक) जो राजपथ के एक छोर पर इंडिया गेट पर स्थित है पर पुष्प माला डालते हैं| इसके बाद शहीद सैनिकों की स्मृति में दो मिनट मौन रखा जाता है। यह देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए लड़े युद्ध व स्वतंत्रता आंदोलन में देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों के बलिदान का एक स्मारक है। इसके बाद प्रधानमंत्री, अन्य व्यक्तियों के साथ राजपथ पर स्थित मंच तक आते हैं, राष्ट्रपति बाद में अवसर के मुख्य अतिथि के साथ आते हैं।
परेड में विभिन्न राज्यों से चलित शानदार प्रदर्शनी भी होती है, प्रदर्शनी में हर राज्य के लोगों की विशेषता, उनके लोक गीत व कला का दृश्यचित्र प्रस्तुत किया जाता है। हर प्रदर्शिनी भारत की विविधता व सांस्कृतिक समृद्धि प्रदर्शित करती है। परेड और जुलूस राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित होता है और देश के हर कोने में करोड़ों दर्शकों के द्वारा देखा जाता है।
भारत के राष्ट्रपति व प्रधान मंत्री द्वारा दिया गये भाषण को सुनने के लाखों कि भीड़ लाल किले पर एकत्रित होती है।
२०१४ में, भारत के ६४वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, महाराष्ट्र सरकार के प्रोटोकॉल विभाग ने पहली बार मुंबई के मरीन ड्राईव पर परेड आयोजित की, जैसी हर वर्ष नई दिल्ली में राजपथ में होती है।

शिक्षण विभाग गुणोत्सव नि गाइड लाइन माँ कार्यो फेरफार सी अने डी ग्रेड धरावती शाला अने गुणोत्सव ना थएलि शाला माँ मूल्यांकन कराशे


गुजरात में उल्लेखनीय ध्यान केंद्रित करने और नामांकन के प्रयासों पर किया गया है, और प्राथमिक शिक्षा के लिए सफलता का एक किराया शेयर लाया है, जबकि सीखने के परिणामों और गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान के लिए चिंता का विषय सुधार सीखने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को बढ़ाने के द्वारा संबोधित किया गया है। यह गुणवत्ता के परिणामों को मजबूत बनाने के लिए गुजरात की सरकार ने एक कार्यक्रम Gunotsav, या 'मनाना गुणवत्ता' नामक शुरू की है। इसलिए Gunotsav प्राथमिक शिक्षा है जो बच्चों के सीखने के परिणामों के साथ-साथ सह शैक्षिक गतिविधियों, संसाधनों और समुदाय की भागीदारी का उपयोग भी शामिल की गुणवत्ता के लिए एक जवाबदेही ढांचे के रूप में परिभाषित किया गया है


इस कार्यक्रम के एक उद्देश्य के साथ नवंबर 2009 के दौरान राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किया गया था, उसके अनुसार प्राथमिक शिक्षा परिदृश्य और ग्रेड स्कूल के शिक्षकों का मूल्यांकन करने के लिए। राज्य सरकार ने एक जमीनी क्षेत्र के रूप में प्राथमिक शिक्षा देखा और क्रांतिकारी प्रयोगों के साथ शुरू की है। गुजरात के सरकार के कदम की एक श्रृंखला शुरू की राज्य भर में अपने स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए और इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए इतनी के रूप में दिखाई दे रहा है और औसत दर्जे का सकारात्मक परिवर्तन को प्राप्त करने की इच्छा हो गया है। 

गुणोत्सव-7 माटे नु मटीरियल क्या जिल्लाये क्यारे लेवा जवानु ते बाबत नो परिपत्र

प्राथमिक शिक्षा की नींव पर बनाया गया प्रत्येक नागरिक के विकास और एक पूरे के रूप में देश जिस पर है। हाल के दिनों में भारत की बेहतर शिक्षा प्रणाली अक्सर भारत के आर्थिक विकास में मुख्य योगदान में से एक के रूप में पेश किया जाता है। एक ही समय में, भारत में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में भी एक प्रमुख चिंता का विषय है। प्राथमिक स्कूल के छात्र कम से कम जो अपने दैनिक गतिविधियों के प्रदर्शन में सहायक हो सकता है पढ़ने, लिखने और सरल गणित समीकरणों के बुनियादी ज्ञान है।


गुजरात में उल्लेखनीय ध्यान केंद्रित करने और नामांकन के प्रयासों पर किया गया है, और प्राथमिक शिक्षा के लिए सफलता का एक किराया शेयर लाया है, जबकि सीखने के परिणामों और गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान के लिए चिंता का विषय सुधार सीखने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को बढ़ाने के द्वारा संबोधित किया गया है। यह गुणवत्ता के परिणामों को मजबूत बनाने के लिए गुजरात की सरकार ने एक कार्यक्रम Gunotsav, या 'मनाना गुणवत्ता' नामक शुरू की है। इसलिए Gunotsav प्राथमिक शिक्षा है जो बच्चों के सीखने के परिणामों के साथ-साथ सह शैक्षिक गतिविधियों, संसाधनों और समुदाय की भागीदारी का उपयोग भी शामिल की गुणवत्ता के लिए एक जवाबदेही ढांचे के रूप में परिभाषित किया गया है



इस कार्यक्रम के एक उद्देश्य के साथ नवंबर 2009 के दौरान राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किया गया था, उसके अनुसार प्राथमिक शिक्षा परिदृश्य और ग्रेड स्कूल के शिक्षकों का मूल्यांकन करने के लिए। राज्य सरकार ने एक जमीनी क्षेत्र के रूप में प्राथमिक शिक्षा देखा और क्रांतिकारी प्रयोगों के साथ शुरू की है। गुजरात के सरकार के कदम की एक श्रृंखला शुरू की राज्य भर में अपने स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए और इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए इतनी के रूप में दिखाई दे रहा है और औसत दर्जे का सकारात्मक परिवर्तन को प्राप्त करने की इच्छा हो गया है। 

HTAT कौर्ट केस बाबत राज्यपाल कचेरी नो जवाब नो लेटर 22-12-2016

भारत में शिक्षक शिक्षा नीति को समय के हिसाब से निरूपित किया गया है और यह शिक्षा समितियों/आयोगों की विभिन्‍न रिपोर्टों में निहित सिफारिशों पर आधारित है, जिनमें से महत्‍वपूर्ण हैं : कोठारी आयोग (1966), चट्टोपाध्‍याय समिति (1985), राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति (एन पी ई 1986/92), आचार्य राममूर्ति समिति (1990), यशपाल समिति (1993) एवं राष्‍ट्रीय पाठ्यचर्या ढॉंचा (एन सी एफ, 2005)। नि:शुल्‍क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार (आर टी ई) अधिनियम, 2009, जो 1 अप्रैल, 2010 से लागू हुआ, का देश में शिक्षक शिक्षा के लिए महत्‍वपूर्ण निहितार्थ है।

विधिक और सांस्‍थानिक ढांचा

देश की संघीय ढांचे में हालांकि शिक्षक शिक्षा पर विस्‍तृत नीतिगत और विधिक ढांचा केन्‍द्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है, फिर भी विभिन्‍न कार्यक्रमों और स्‍कीमों का कार्यान्‍वयन प्रमुखत: राज्‍य सरकारों द्वारा किया जाता है। स्‍कूली बच्‍चों की शिक्षा उपलब्धियों के सुधार के विस्‍तृत उद्देश्‍य की दोहरी कार्यनीति है : (क) स्‍कूल प्रणाली के लिए अध्‍यापकों को तैयार करना (सेवा पूर्व प्रशिक्षण); और (ख) मौजूदा स्‍कूल अध्‍यापकों की क्षमता में सुधार करना (सेवाकालीन प्रशिक्षण)।

सेवा पूर्व प्रशिक्षण के लिए राष्‍ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एन सी टी ई), जो केन्‍द्र सरकार का सांविधिक निकाय है, देश में शिक्षक शिक्षा के नियोजित और समन्वित विकास का जिम्‍मेदार है। एन सी टी ई विभिन्‍न शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रमों के मानक एवं मानदंड, शिक्षक शिक्षकों के लिए न्‍यूनतम योग्‍यताएं, विभिन्‍न पाठ्यक्रमों के लिए छात्र-अध्‍यापकों के प्रवेश के लिए पाठ्यक्रम एवं घटक तथा अवधि एवं न्‍यूनतम योग्‍यता निर्धारित करती है। यह ऐसे पाठ्यक्रम शुरू करने की इच्‍छुक संस्‍थाओं (सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्‍त और स्‍व-वित्तपोषित) को मान्‍यता भी प्रदान करता है और उनके मानदंड और गुणवत्ता विनियमित करने और उन पर निगरानी के निमित्‍त व्‍यवस्‍था है।

लेटर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया नए साल का तोहफा, लॉन्च की पांच नई योजनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करते हुए कई वर्गों के लोगों के लिए कई स्कीमें जारी की हैं। पीएम मोदी ने महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं और छोटे कारोबारियों के लिए कई स्कीमें लॉन्च की हैं। पीएम मोदी ने ये पांच स्कीमें लॉन्च की।


1.

प्रधानमंत्री आवाज योजना के तहत साल 2017 में निम्न मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग के लिए दो स्कीमें शुरू की गई हैं। इसके तहत नौ लाख रुपए के कर्ज पर बयाज में चार फीसदी की छूट मिलेगी। इसके साथ ही 12 लाख के लोन पर बयाज में तीन फीसदी की छुट मिलेगी। इसके साथ ही इस योजना के तहत गांव में बनने वाले घरों की संख्या बढ़ा दी गई है। जितने घर पहले बनने वाले थे, अब उससे 33 फीसदी से ज्यादा घर बनाए जाएंगे। गांव में रहने वाले जो लोग अपने घर का निर्माण करना चाहते हैं या फिर पुराने घर का विस्तार करना चाहते हैं, उन्हें दो लाख रुपए तक के लोन पर बयाज में तीन फीसदी की छूट मिलेगी।


अगले तीन महीने में तीन करोड़ किसानों के क्रेडिट कार्ड को रुपए कार्ड में बदला जाएगा। अभी किसानों को बैंक जाकर पैसे लेने होते थे, अब वे कहीं भी खरीद-फरोख्त कर सकते हैं।

3.

लघु और मध्यम वर्ग के उद्योगों के लिए भी सरकार ने नई स्कीम बनाई है। छोटे कारोबारियों के क्रेडिट गारंटी एक करोड़ रुपए से दो करोड़ रुपए करेगी। सरकार इसकी गारंटी लेगी। इसके तहत नोन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों से लिया गया लोन भी आएगा।


4.

देश के 650 से ज्यादा जिलों में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में पंजीकरण, डिलीवरी, टीकाकरण और पौष्टिक आहार के लिए छह हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। यह राशि उनके अकाउंट में सीधे ही जाएगी। अभी इस योजना के तहत चार हजार रुपए दिए जाएंगे। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत यह स्कीम 53 जिलों में चलाई जाएगी।

5.

वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एक स्कीम शुरू की गई है। अब साढ़े सात लाख रुपए की राशि पर उनके लिए दस साल तक की अवधि के लिए सालाना आठ फीसदी बयाज दर सुरक्षित कर दी गई है। यह बयाज राशि वरिष्ठ नागरिक हर महीने अपने अकाउंट से निकाल सकते हैं।

पीएम मोदी ने किसान, बुजुर्ग और गरीबों को दिया नए साल का तोहफा, किए ये 10 बड़े ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल की पूर्व संध्या पर देशवासियों को नए साल का गिफ्ट दे दिया। मोदी ने घर बनाने के लिए गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार द्वारा लिए जाने वाले लोन पर ब्याज में बड़ी कटौती की। वहीं महिलाओं, किसानों, छोटे व्यापारियों के लिए कई योजनाओं का ऐलान किया। मोदी ने आज कौन-कौन से बड़े ऐलान किए जानने के लिए आगे देखें..
नए साल के मौके में अगर आप पार्टी करने का सोच रहे हैं तो यह आप के लिये है। पार्टी करने वालों के लिए बार ने स्पेशल आफर रखा है। सोशल ऑफलाइन नाम के बार ने अलग तरह का ऑफर शुरू किया है। इस ऑफर न्म वहां पर 31 रुपये में बीयर या एक शॉट दिया जाएगा। लेकिन शर्त कि ऑफर के लिए लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुनना होगा। 31 दिसंबर की शाम को साढ़े सात बजे से देश को संबोधित करेंगे। उनका यह संबोधन नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद हो रहा है।
बार मैनेजर्स का कहना है कि कई ग्राहक मोदी की स्पीच की व्यवस्था के बारे में पूछने के बाद ही अपनी टेबल बुक करा रहे हैं। दिल्‍ली के द वॉल्ट कैफे के मैनेजर के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया है, ‘लोग यूट्यूब, टि्वटर और न्यूज पोर्टल से अपडेट के साथ ही भाषण को लाइव सुनने में ज्यादा कंफर्ट महसूस करेंगे। इसलिए हम लोग इसकी स्क्रिनिंग का ऑप्शन रख रहे हैं। ग्राहकों की डिमांड पर हम लोग मोदी की स्पीच की स्क्रिनिंग करेंगे।’ तो गीत गुन गुनाईए क्योंकि आज 'नशे से चढ़ेंगे' पीएम मोदी।

सोशल ऑफलाइन नाम के बार ने मुंबई, दिल्‍ली और बेंगलुरु में चलने वाले बार ने अपने फेसबुक पेज के ज़रिए ऑफर की जानकारी दी। इसमें लिखा है, ”भाइयों और बहनों, 31 रुपये में बीयर या एक शॉट लीजिए। आइए और 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने के बाद हमारे प्रधानमंत्री का फॉलोअप भाषण देखिए। शर्त है- ऑफर पर एक व्‍यक्ति तीन बार ही दावा कर सकता है। यह ऑफर शाम साढ़े सात से रात आठ बजे तक जारी रहेगा।” गौरतलब है कि इस बार कई बार व पब में भी मोदी का भाषण दिखाया जाएगा।



नए साल पे रिजर्व बैंक का तौफा अब एटीएम से निकाल पाएंगे 4500 रुपये केश पढ़े पूरी खबर

नए साल के मौके पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने जनता को तोहफा दिया है। आरबीआई ने एटीएम से पैसे निकालने की लीमिट को बढ़ा दिया है। जी हां, हाल ही खबर आ रही है कि रिजर्व बैंक ने अब एटीएम से रुपए निकालने वालों को एक बड़ी राहत ही है। आम आदमी को राहत प्रदान करते हुये रिजर्व बैंक ने आज रात कहा कि एक जनवरी से एटीएम से प्रतिदिन 2,500 रूपये की जगह 4,500 रूपए तक निकाले जा सकेंगे।


हालांकि, पैसे निकालने की साप्ताहिक सीमा में कोर्ई बढ़ोतरी नहीं की गयी है, जो एटीएम सहित एक व्यक्ति के लिए 24,000 रूपया है। छोटे व्यापारियों के लिए यह राशि 50,000 रूपया है। एक अधिसूचना में केंद्रीय बैंक ने कहा कि स्थिति की समीक्षा के आधार पर एक जनवरी 2017 से एटीएम से पैसे निकालने की सीमा प्रतिदिन वर्तमान 2,500 रूपया से बढ़ाकर 4,500 रूपया किया जा रहा है। नौ नवंबर को 500 और 1000 रूपये के पुराने नोटों को बंद किये जाने के बाद बैंक के साथ साथ एटीएम से पैसे निकालने की सीमा तय कर दी गयी थी।

रिजर्व बैंक की विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि पैसे निकालने की साप्ताहित सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इस तरह का वितरण ‘‘मुख्य रूप से 500 रूपये के नोटों में किया जाना चाहिए। जनता के लिए आरबीआई द्वारा सुनाया गया नए साल का तोहफा है, साथ ही एक जनता के लिए राहत भरा फैसला है।
Source by ucnews

नए साल की पूर्व संध्या पर पीएम मोदी ने खोला राहतों का पिटारा, जानिए क्या-क्या किए ऐलान

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 दिसंबर 2016 यानी आज नोटबंदी को लेकर राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने इससे पहले 8 नवंबर को देश को संबोधित किया था, जब उन्होंने देश से भ्रष्टाचार और काले धन को खत्म करने के लिए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बंद किए जाने की घोषणा की थी। आज वह विमुद्रीकरण और काले धन पर बात कर बात की। उन्होंने कहा कि दीवाली के तुरंत बाद हमारा देश ऐतिहासिक शुद्धि यज्ञ का गवाह बना।
पढ़ें-पीएम मोदी द्वारा कही गई बातों के मुख्य अंश :
वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 लाख रुपए तक की राशि पर 10 साल तक के लिए सालाना 8 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा, जिसे वह हर महीने निकाल सकेंगे: PM

गर्भवती महिलाओं के लिए सरकार का ऐलान। देश के 650 से ज्यादा जिलों में सरकार गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण, डिलिवरी, टीकाकरण के लिए 6000 रुपये की मदद करेगी।

मुद्रा योजना को पिछले साल करीब 3.5 करोड़ लोगों ने फायदा उठाया है: पीएम मोदी

डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव सेंट्रल बैंक और प्राइमरी सोसायटी से जिन किसानों ने खरीफ और रबी की बुवाई के लिए कर्ज लिया था उस कर्ज के 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी और किसानों के खातों में ट्रांसफर करेगी: PM
घर की मरम्मत के लिए दो लाख रुपये के लोन पर ब्याज में तीन फीसदी की छूट मिलेगी: पीएम मोदी

छोटे व्यापारियों की क्रेडिट गारंटी बढ़ाकर सरकार ने 1 करोड़ से दो करोड़ रुपये की: पीएम मोदी

किसानों का 60 दिनों का कर्ज सरकार देगी: पीएम मोदी

आदतन बेईमान लोगों को भी अब टेक्नोलॉजी की ताकत के कारण, काले कारोबार से निकलकर कानून-नियम का पालन करते हुए मुख्यधारा में आना होगा: PM

अगले तीन महीने में 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्डों को RUPAY कार्ड में बदला जाएगा:
फर्टिलाइजर भी 9 प्रतिशत ज्यादा उठाया गया है: PM

पिछले साल की तुलना में इस वर्ष रबी की बुवाई 6 प्रतिशत ज्यादा हुई है: PM

अब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरों में इस वर्ग को नए घर देने के लिए दो नई स्कीमें बनाई गई हैं: PM

पीएम आवास योजना के तहत शहरों में बनने वाले घरों पर नौ लाख के कर्ज पर ब्याज में 4% और 12 लाख पर 3% की छूट।

आजादी के सालों बाद भी लोगों के पास घर नहीं: पीएम मोदी

हिंसा का रास्ता छोड़ नौजवान मुख्यधारा में लौट रहे हैं: पीएम मोदी
काल के कपाल पर अंकित हो चुका है कि जनशक्ति का मतलब क्या होता है: पीएम मोदी
किसी देश के लिए शुभ संकेत है कि उसके नागरिक कानून का पालन करते हुए मुख्य धारा में वापस आ रहे हैंः पीएम मोदी

बैंकों से आग्रह है कि वे अपनी परंपरागत प्राथमिकताओं से बाहर आकर गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को ध्यान नें रखकर कामकाज करे: पीएम मोदी

जिन बैंक कर्मचारियों ने नोटबंदी के दौरान गड़बड़ी की है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा: पीएम मोदी

नोटबंदी के दौरान बैंक कर्मचारी, पोस्ट ऑफिस कर्मियों ने बहुत सराहनीय काम किया है: पीएम मोदी

बीते दिनों की घटनाओं ने यह साफ किया है कि चालाकी के रास्ते आगे बंद हो चुके हैं: पीएम मोदी
कालाधन समाज और सरकार के लिए नासूर बन गए हैं : पीएम मोदी

नागरिकों से ज्यादा जिम्मेदारी अफसरों की है: पीएम मोदी

चर्चा स्वाभाविक है कि अब बेईमानों का क्या होगा? ऐसे में कानून अपना काम करेगा। सरकार की प्राथमिकता है कि ईमानदारों को संरक्षण कैसे मिले: पीएम मोदी

यह सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सही रास्ते पर लाने के लिए मार्ग प्रशस्त करने में लगी है: पीएम मोदी

सरकार को मिली जानकारी के मुताबिक देश नें सिर्फ 24 लाख लोग मानते हैं कि उनकी आय 10 लाख रुपये से ज्यादा है: पीएम मोदी
बड़े नोट गरीबों का हक छीन रहे थे: पीएम मोदी
दिवाली के बाद की घटनाओं से यह सिद्ध हो चुका है कि लोग करप्शन के घुटन से मुक्त होना चाहते हैं-मोदी

देशवासियों ने जो कष्ट झेला है वह भारत के भविष्य की मिसाल है: पीएम मोदी
बीते कुछ सालों में 500 और हजार के नोट महंगाई और कालाबाजारी बढ़ा रहे थे।

बहुत से देशवासियों ने मुझे चिट्ठियां लिखीं और अपना दर्द साझा किया: पीएम मोदी

सरकार ने संबंधित लोगों से बैंकिंग व्यवस्था को सामान्य करने के लिए कहा है: पीएम मोदी

भ्रष्टाचार और जाली नोटों के खिलाफ लड़ाई में आप साथ है: पीएम मोदी

बीते दिनों अपना ही पैसा निकालने के लिए आप लोगों को घंटो लाइन में लगना पड़ा औऱ परेशानी उठानी पड़ी: पीएम मोदी

अच्छाई के लिए होने वाले आंदोलनों में जनता आमने सामने होते हैं, लेकिन इस आंदोलन में सरकार और जनता दोनों कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ रहे हैं: पीएम मोदी
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, देशवासियों ने इसे जीकर दिखाया है: पीएम मोदी

सच्चाई और अच्छाई हमारे देश के लोगों के लिए बहुत महत्व रखती है: पीएम मोदी

अपने घर की विकृतियों और बुराइयों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हुए देशवासी: पीएम मोदी

कालेधन, भ्रष्टाचार को घुटने टेकने पर ईमानदार देशवासियों ने मजबूर किया: पीएम मोदी

मुसीबत की घड़ी में देशवासियों ने धैर्य से काम किया: पीएम मोदी

ऐसी घुटन से मुक्ति की तलाश में थे देशवासी: पीएम मोदी

देशवासियों के धैर्य से शुद्धि यज्ञ चला: पीएम मोदी

देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं पीएम मोदी।

अल्पेश ठाकोरनु ऐलान 26 जान्युवारी सुघीमा सरकार फुल पगार नहि करे तो 1 फेब्रुवारी थी महा संमेलन

कर्मचारियों के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण एवं स्वागत योग्य आदेश जारी किया है। माननीय न्यायालय का कहना है कि यदि राज्य सरकार ने उसे वेतन दिया है तो वो उसका कर्मचारी हुआ। संविदा या कोई दूसरा नाम देकर उसे अस्थाई करार नहीं दिया जा सकता। यदि यह आदेश एप्लिकेबल हुआ तो देश भर में कोई भी कर्मचारी अस्थाई नहीं रहेगा। 
राजस्थान हाईकोर्ट ने अस्थाई कर्मचारियों के बारे में महत्वपूर्ण आदेश जारी करते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत पदों के लिए नियमित भर्ती प्रक्रिया अपनाते हुए चयनित कर्मचारियों के नियुक्ति आदेश में केवल संविदा पर लिख देने से वे अस्थाई नहीं हो जाते।ऐसे कर्मचारियों को प्रतिमाह फिक्स सैलेरी देना व उनकी सेवाओं को नियमित नहीं करना असवैंधानिक नहीं बल्कि सर्वोच्च न्यायालय के कर्नाटक बनाम उमादेवी मामले में पारित अंतिम निर्णय का पालन करना सरकार के लिए ओब्लिगेशन है। इसलिए याचिकाकर्ता सहित उसके समान अन्य को तीन माह में सरकार नियमित करे। यह आदेश वरिष्ठ न्यायाधीश गोपाल कृष्ण व्यास ने याचिकाकर्ता बीकानेर निवासी यशवंत सिंह कि ओर से दायर याचिका को स्वीकार करते हुए दिया।

राज्य वेतन समिति की सिफारिशों पर प्रदेश कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्य कर्मचारियों को केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तरह फायदा मिलेगा। सरकार ने राज्य के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों पर लिए गए निर्णय के आधार पर लागू वेतन मैट्रिक्स, वेतन निर्धारण, पदोन्नति पर वेतन निर्धारण व वार्षिक वेतनवृद्धियों की व्यवस्था स्वीकार की है।

साथ ही तय किया है कि राजकीय पेंशनरों को पेंशन, ग्रेच्युटी, पेंशन राशिकरण, पारिवारिक पेंशन, महंगाई राहत आदि एक जनवरी से उसी तरह दी जाएंगी जैसे केंद्र सरकार द्वारा अपने पेंशनरों व पारिवारिक पेंशनरों को दी गई है।
10, 16, 26 साल पर मिलती रहेगी एसीपी
प्रदेश के विभिन्न वर्गों के कर्मियों को पुनरीक्षित वेतनमानों में 10 वर्ष, 16 वर्ष व 26 वर्ष की सेवा पर सुनिश्चित कॅरिअर प्रोन्नयन (एसीपी) का लाभ मिलेगा। वर्तमान में मिल रहे विभिन्न प्रकार के भत्ते व सुविधाएं नए वेतनमानों में पुरानी दरों पर मिलती रहेंगी। केंद्र सरकार ने अभी तक भत्तों के बारे में निर्णय नहीं किया है। लिहाजा प्रदेश भी इस पर अभी विचार नहीं कर पाया है।
सरकार 26 मई जान्युआरी सुधिमा पगार वधारे

ब्रेकिंग न्यूज:- गुजरात यूनिवर्सिटी सीसीसी रिजल्ट जाहेर एक साथ 4000 कैंडिडेट का

गुजरात विश्वविद्यालय राज्यव्यापी संस्थान है जिससेभारत के गुजरात राज्य के कई प्रतिष्ठित कॉलेज सम्बद्ध (affiliated) हैं। इसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं मान्यता परिषद(एनएएसी) (National Assessment and Accreditation Council (NAAC)) द्वारा बी++ रैंकिंग दी गई है। यह भारत के सबसे श्रेष्ठ और बहुमुखी उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक है। इसके अलावा, यह अपने कैंपस (परिसर) के 2,24,000 से अधिक छात्रों और विभिन्न संबद्ध कॉलेजों के साथ उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी विश्वविद्यालय प्रणालियों में से एक है। यह विशेष रूप से अपनी चिकित्सा, इंजीनियरिंग व टैक्नोलॉजी, फार्मेसी, वाणिज्य और प्रबंधन कॉलेजों के लिए प्रसिद्ध है। विश्वविद्यालय पोर्ट मैनेजमैंट, नैनो प्रौद्योगिकी, टिशु कल्चर में क्षेत्रीय/विशेष कार्यक्रम चलाता है।
गुजरात विश्वविद्यालय की कल्पना उन्नीस सौ बीस के दशक में गांधी जी, सरदार पटेल, आचार्य आनंदशंकर बी. ध्रुव, दादा साहेब मावलंकर और कस्तूरभाई लालभाई जैसे सार्वजनिक उत्साही और समझदार लोगों ने की थी। विश्वविद्यालय की स्थापना भारत की आजादी के बाद की गई थी। 1949 में, राज्य सरकार के गुजरात विश्वविद्यालय अधिनियम के अंतर्गत शिक्षण और मान्यता प्रदान करने वाले विश्वविद्यालय के रूप में विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। इसकी स्थापना तत्कालीन बंबई प्रांत के विकेन्द्रीकरण और विश्वविद्यालय में शिक्षा के पुनर्गठन के एक उपाय के रूप में की गई थी। अपने जीवन काल के दौरान, विश्वविद्यालय ने ऐसे अनेक विश्वविद्यालयों को स्थापित होते देखा है जिनका निर्माण गुजरात विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार से हुआ है, जैसे, फिर भी, गुजरात विश्वविद्यालय 235 कॉलेजों, 15 मान्यता प्राप्त संस्थानों और 24 स्वीकृत संस्थानों में फैले 200000 से अधिक छात्रों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने वाला राज्य का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है। यहां 34 से अधिक स्नातकोत्तर विश्वविद्यालय विभाग और 221 पी. जी. केन्द्र हैं। अंडर ग्रेजुएट स्तर पर गुजरात विश्वविद्यालय एक सम्बद्ध (affiliating) विश्वविद्यालय है, जबकि स्नातकोत्तर स्तर पर यह अध्यापन विश्वविद्यालय है। निःसंदेह, स्नातकोत्तर शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय को सांविधिक जिम्मेदारी दी गई है और तदनुसार कुशल और विविध अनुदेश सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रत्यक्ष नियंत्रण और पर्यवेक्षण के अंतर्गत समन्वित शिक्षा की एक योजना विकसित की गई है। इस विश्वविद्यालय की एक महत्वपूर्ण सुविधा स्नातक और स्नातकोत्तर, स्तर पर आर्ट्स और कॉमर्स दोनों संकायों में बाह्य परीक्षा प्रणाली है। बाह्य परीक्षाएं कामकाजी छात्रों तथा अन्य लोगों, जो अपने सपने को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय की उच्च शिक्षा का खर्चा वहन नहीं कर सकते, की मदद के उद्देश्य से शुरू की गईं थीं। अपनी स्थापना के बाद से ही गुजरात विश्वविद्यालय ने अलग हट कर अपनी पहचान स्थापित की है जिसके कारण वर्तमान में पूरे देश में यह एक प्रमुख विश्वविद्यालय के तौर पर जाना जाता है। यह लगभग 2,00,000 से भी अधिक छात्रों को शिक्षा के लिए विषयों की विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है।
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Friday, 30 December 2016

मोदीजी ने लॉन्च किया BHIM एप डिजिटल इंडिया होगा अब केश लेस जाने पूरा समाचार

केंद्र सरकार द्वारा नोटबंदी की घोषणा 8 नवंबर की गई थी। नोटबंदी की घोषणा के बाद पूरे भारत में पैसों के लिए किलकत देखी गई हैं। तो वहीं पीएम मोदी ने आज डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए शुक्रवार को बीएचआईएम एप लॉन्च किया। 'BHIM' का मतलब 'भारत इंटरफेस ऑफ मनी' एप को लॉन्च किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए शुक्रवार को बीएचआईएम एप लॉन्च किया। 'BHIM' का मतलब 'भारत इंटरफेस ऑफ मनी' एप को लॉन्च किया


एप को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने खादी ग्रामोद्योग को पैसा ट्रांसफर किया। पीएम ने एप के जरिए 125 रुपए खादी ग्रामोद्योग को ट्रांसफर किए। इस मौके पर पीएम के साथ केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद थे।

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में पीएम मोदी ने डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए पीएम मोदी ने बीएचआईएम एप लॉन्च किया। इस मौके पर पीएम ने दो योजनाओं 'डिजी धन' योजना और 'लकी ग्राहक' योजना का ड्रा निकाला और इन दोनों योजनाओं के विजेताओं को सम्मानित किया।
इस दौरान नोटबंदी पर मोदी ने कहा कि कुछ लोग अब भी निराश हैं। ऐसे निराशावादी लोगों के लिए अभी कोई दवाई नहीं है। ऐसे लोगों को उनकी निराशा मुबारक

गुणोत्सव-7 टाइम टेबल जाहेर सबको शेर करे

प्राथमिक शिक्षा की नींव पर बनाया गया प्रत्येक नागरिक के विकास और एक पूरे के रूप में देश जिस पर है। हाल के दिनों में भारत की बेहतर शिक्षा प्रणाली अक्सर भारत के आर्थिक विकास में मुख्य योगदान में से एक के रूप में पेश किया जाता है। एक ही समय में, भारत में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में भी एक प्रमुख चिंता का विषय है। प्राथमिक स्कूल के छात्र कम से कम जो अपने दैनिक गतिविधियों के प्रदर्शन में सहायक हो सकता है पढ़ने, लिखने और सरल गणित समीकरणों के बुनियादी ज्ञान है।

गुजरात में उल्लेखनीय ध्यान केंद्रित करने और नामांकन के प्रयासों पर किया गया है, और प्राथमिक शिक्षा के लिए सफलता का एक किराया शेयर लाया है, जबकि सीखने के परिणामों और गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान के लिए चिंता का विषय सुधार सीखने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को बढ़ाने के द्वारा संबोधित किया गया है। यह गुणवत्ता के परिणामों को मजबूत बनाने के लिए गुजरात की सरकार ने एक कार्यक्रम Gunotsav, या 'मनाना गुणवत्ता' नामक शुरू की है। इसलिए Gunotsav प्राथमिक शिक्षा है जो बच्चों के सीखने के परिणामों के साथ-साथ सह शैक्षिक गतिविधियों, संसाधनों और समुदाय की भागीदारी का उपयोग भी शामिल की गुणवत्ता के लिए एक जवाबदेही ढांचे के रूप में परिभाषित किया गया है

गुणोत्सव -7 बाइसेग माँ अपाएल मार्गदर्शन ना महत्वना मुद्दा मस्ट रीड शेर ऑल

प्राथमिक शिक्षा की नींव पर बनाया गया प्रत्येक नागरिक के विकास और एक पूरे के रूप में देश जिस पर है। हाल के दिनों में भारत की बेहतर शिक्षा प्रणाली अक्सर भारत के आर्थिक विकास में मुख्य योगदान में से एक के रूप में पेश किया जाता है। एक ही समय में, भारत में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में भी एक प्रमुख चिंता का विषय है। प्राथमिक स्कूल के छात्र कम से कम जो अपने दैनिक गतिविधियों के प्रदर्शन में सहायक हो सकता है पढ़ने, लिखने और सरल गणित समीकरणों के बुनियादी ज्ञान है।

गुजरात में उल्लेखनीय ध्यान केंद्रित करने और नामांकन के प्रयासों पर किया गया है, और प्राथमिक शिक्षा के लिए सफलता का एक किराया शेयर लाया है, जबकि सीखने के परिणामों और गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान के लिए चिंता का विषय सुधार सीखने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को बढ़ाने के द्वारा संबोधित किया गया है। यह गुणवत्ता के परिणामों को मजबूत बनाने के लिए गुजरात की सरकार ने एक कार्यक्रम Gunotsav, या 'मनाना गुणवत्ता' नामक शुरू की है। इसलिए Gunotsav प्राथमिक शिक्षा है जो बच्चों के सीखने के परिणामों के साथ-साथ सह शैक्षिक गतिविधियों, संसाधनों और समुदाय की भागीदारी का उपयोग भी शामिल की गुणवत्ता के लिए एक जवाबदेही ढांचे के रूप में परिभाषित किया गया है

इस कार्यक्रम के एक उद्देश्य के साथ नवंबर 2009 के दौरान राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किया गया था, उसके अनुसार प्राथमिक शिक्षा परिदृश्य और ग्रेड स्कूल के शिक्षकों का मूल्यांकन करने के लिए। राज्य सरकार ने एक जमीनी क्षेत्र के रूप में प्राथमिक शिक्षा देखा और क्रांतिकारी प्रयोगों के साथ शुरू की है। गुजरात के सरकार के कदम की एक श्रृंखला शुरू की राज्य भर में अपने स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए और इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए इतनी के रूप में दिखाई दे रहा है और औसत दर्जे का सकारात्मक परिवर्तन को प्राप्त करने की इच्छा हो गया है। सरकार के प्रयासों स्कूल नामांकन बढ़ाने और स्कूल ड्रॉप आउट अनुपात, शिक्षा के क्षेत्र में दो प्रमुख चिंताओं को नीचे लाने में सफल हुए हैं। उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गुजरात में अगले 5 वर्षों में छात्र सीखने के परिणामों के संदर्भ में देश के शीर्ष तीन राज्यों के बीच होना चाहिए।
गुणोत्सव-7 अगत्य ना मुद्दा

Thursday, 29 December 2016

हुआ Jio का वो ऐलान, जिसका भारत कर रहा था इंतजार- जानिए

ई-कॉमर्स कंपनी स्नैडील के वेबपेज पर रिलायंस Jio Sim की होम डिलीवरी का एड नजर आया है। जिसके लिए यूजर को ई-कॉमर्स वेबसाइट पर अपनी कॉन्टैक्ट डीटेल, पता और एरिया की जानकारी देनी होगी। आपको बता दें कि Jio Sim अभी कुछ चुनिंदा जगहों पर ही डिलीवरी के लिए उपलब्ध होगी। यहां यूजर टाइम-स्लॉट भी चुन सकते हैं जिसमें वह Jio Sim की डिलिवरी चाहते हैं। new year offer के तहत Jio के नए यूजर को मार्च 2017 तक फ्री वायस कॉलिंग, फ्री डेटा मिलेगा।

welcome offer को भी कंपनी ने बढ़ा दिया है और इसे ‘happy new year offer’ का नाम दिया है जिसके तहत कंपनी के सभी 50 लाख से ज्यादा यूजर्स मार्च 2017 तक फ्री सेवा का लाभ ले सकेंगे। ‘happy new year offer’ में एक दिन 1 GB डेटा मिलेगा जो खत्म होने पर यूजर को स्पीड थोड़ी स्लो मिलेगी. आपको बता दें वेलकम ऑफर में इस डेटा की लिमिट हर दिन 4 GB थी।

आज की तारीख 30 दिसम्बर को इतिहास में कॉनसी कोनसी घटना घाटी थी आनेवाली सभी परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण


ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार 30 दिसंबर वर्ष का 364 वाँ (लीप वर्ष में यह 365 वाँ) दिन है। साल में अभी और 1 दिन शेष हैं।

*30 दिसंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ*

1996 - ग्वाटेमाला में गत 36 वर्षों से चला आ रहा गृहयुद्ध समाप्त।

2000 - जनरल उमर-इल बशील दोबारा सूडान के राष्ट्रपति चुने गये, कोलंबिया विश्व का सबसे हिंसक एवं ख़तरनाक देश घोषित।

2001 - लश्कर-ए-तोइबा का संस्थापक प्रमुख हफ़ीज मोहम्मद पाकिस्तान में गिरफ़्तार; महमूद अजहर जेल भेजे गए।

2002 - आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड से चौथा एशेज टेस्ट जीता।

2003 - आस्ट्रेलिया ने भारत से मेलबर्न टेस्ट 9 विकेट से जीता।

2006 - इराक के पूर्व कथित तानाशाह सद्दाम हुसैन को फ़ाँसी दी गई।

2007 - स्वर्गीय बेनजीर भुट्टो के पुत्र बिलावल को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का चेयरमैन चुना गया

2008 - सूर्यशेख गांगुली ने 46वीं राष्ट्रीय ए शतरंज चैम्पियनशिप का ख़िताब जीता।

*30 दिसंबर को जन्मे व्यक्ति*

1944 - वेद प्रताप वैदिक - भारत के प्रसिद्ध राजनैतिक विश्लेषक, वरिष्ठ पत्रकार और हिन्दी प्रेमी हैं।

1935 - मैनुअल आरों - प्रथम भारतीय शतरंज मास्टर हैं।

1923 - प्रकाशवीर शास्त्री - संसद के लोकसभा सदस्य और संस्कृत के विद्वान साथ ही आर्य समाज के नेता के रूप में भी प्रसिद्ध।

1879 - रमण महर्षि - बीसवीं सदी के महान संत और समाज सेवक।

1950 - हनुमप्पा सुदर्शन- प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता

*30 दिसंबर को हुए निधन*

1975 - दुष्यंत कुमार, हिन्दी के कवि और ग़ज़लकार।

1930 - रामन् महर्षि, भारतीय संत।

1990 - रघुवीर सहाय, हिन्दी के साहित्यकार व पत्रकार।

2009 - राजेन्द्र अवस्थी - भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार, पत्रकार और 'कादम्बिनी पत्रिका' के सम्पादक।

1968 - ट्रीगवी ली - प्रसिद्ध मजदूर नेता, राजकीय अधिकारी, नॉर्वीयन राजनीतिज्ञ तथा जानेमाने लेखक थे।

गुणोत्सव-7 अंतर्गत आधारडाइस नि माहिती चकासणि अंतगत परिपत्र :- आणँद

प्राथमिक शिक्षा की नींव पर बनाया गया प्रत्येक नागरिक के विकास और एक पूरे के रूप में देश जिस पर है। हाल के दिनों में भारत की बेहतर शिक्षा प्रणाली अक्सर भारत के आर्थिक विकास में मुख्य योगदान में से एक के रूप में पेश किया जाता है। एक ही समय में, भारत में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में भी एक प्रमुख चिंता का विषय है। प्राथमिक स्कूल के छात्र कम से कम जो अपने दैनिक गतिविधियों के प्रदर्शन में सहायक हो सकता है पढ़ने, लिखने और सरल गणित समीकरणों के बुनियादी ज्ञान है।

गुजरात में उल्लेखनीय ध्यान केंद्रित करने और नामांकन के प्रयासों पर किया गया है, और प्राथमिक शिक्षा के लिए सफलता का एक किराया शेयर लाया है, जबकि सीखने के परिणामों और गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान के लिए चिंता का विषय सुधार सीखने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को बढ़ाने के द्वारा संबोधित किया गया है। यह गुणवत्ता के परिणामों को मजबूत बनाने के लिए गुजरात की सरकार ने एक कार्यक्रम Gunotsav, या 'मनाना गुणवत्ता' नामक शुरू की है। इसलिए Gunotsav प्राथमिक शिक्षा है जो बच्चों के सीखने के परिणामों के साथ-साथ सह शैक्षिक गतिविधियों, संसाधनों और समुदाय की भागीदारी का उपयोग भी शामिल की गुणवत्ता के लिए एक जवाबदेही ढांचे के रूप में परिभाषित किया गया है

इस कार्यक्रम के एक उद्देश्य के साथ नवंबर 2009 के दौरान राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किया गया था, उसके अनुसार प्राथमिक शिक्षा परिदृश्य और ग्रेड स्कूल के शिक्षकों का मूल्यांकन करने के लिए। राज्य सरकार ने एक जमीनी क्षेत्र के रूप में प्राथमिक शिक्षा देखा और क्रांतिकारी प्रयोगों के साथ शुरू की है। गुजरात के सरकार के कदम की एक श्रृंखला शुरू की राज्य भर में अपने स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए और इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए इतनी के रूप में दिखाई दे रहा है और औसत दर्जे का सकारात्मक परिवर्तन को प्राप्त करने की इच्छा हो गया है। सरकार के प्रयासों स्कूल नामांकन बढ़ाने और स्कूल ड्रॉप आउट अनुपात, शिक्षा के क्षेत्र में दो प्रमुख चिंताओं को नीचे लाने में सफल हुए हैं। उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गुजरात में अगले 5 वर्षों में छात्र सीखने के परिणामों के संदर्भ में देश के शीर्ष तीन राज्यों के बीच होना चाहिए।
गुणोत्सव अन्तर्गत आधार डाइस नि चकासणी

बीआरसी, सीआरसी, यूआरसी नि प्रति नियुक्ति रद करी फरी जिल्ला शिक्षण समिति नि शाला माँ समाववा नो केम्प हाल पुरतो मौक़ूफ़:- जूनागढ़

सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) गुजरात के उम्मीदवारों को आमंत्रित बीआरसी, सीआरसी समन्वयक URC और Posts. क्वॉलिफाई उम्मीदवारों 23-12-2016., कैंडिडेट को 16-12-2016 से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं के पदों के लिए आवेदन करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है सरकारी यात्रा करने की सलाह दी है शैक्षिक योग्यता, आयु, चयन प्रक्रिया, कैसे लागू करने, सर्व शिक्षा अभियान गुजरात बीआरसी, सीआरसी समन्वयक URC और पोस्ट भर्ती 2016 पोस्ट के नीचे उल्लेख कर रहे हैं के लिए अंतिम तिथि के बारे में इस  ज्यादा विस्तृत जानकारी के लिए आवेदन करने से पहले अधिसूचना।

सर्व शिक्षा अभियान के गुजरात बीआरसी, सीआरसी समन्वयक URC और पोस्ट भर्ती 2016 विवरण:

संगठन का नाम: सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) गुजरात

आधिकारिक वेबसाइटwww.ssagujarat.org

पद का नाम:
1. बीआरसी समन्वयक
2.URC समन्वयक
3.CRC समन्वयक

शैक्षिक योग्यता :- सर्व शिक्षा अभियान के गुजरात बीआरसी, सीआरसी समन्वयक URC और पोस्ट भर्ती 2016

इस पद के लिए आवेदन करने में रुचि के उम्मीदवारों के प्राइमरी स्कूल में टीचर के तहत जिला, शहर और नगर निगम शिक्षा समिति होनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए अधिसूचना पढ़ें।


चयन प्रक्रिया :-सर्व शिक्षा अभियान के गुजरात बीआरसी, सीआरसी समन्वयक URC और पोस्ट भर्ती 2016

उम्मीदवारों को मेरिट समझदार और व्यक्तिगत साक्षात्कार के आधार पर चयन किया जाएगा

आवेदन कैसे करें :- सर्व शिक्षा अभियान के गुजरात बीआरसी, सीआरसी समन्वयक URC और पोस्ट भर्ती 2016
इच्छुक व योग्य उम्मीदवार 16-12-2016 से 23-12-2016 के लिए वेबसाइट www.ssagujarat.org के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

सीआरसी, बीआरसी आजनो केम्प हाल मौक़ूफ़

कया आपके वॉट्सप पर ऐसे मेसेज1 आते हे? गलती से भी ना करे क्लिक वरना आपके फोन की सारी जानकारी लिक हो जायेगी

इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस यानी व्हाट्सएप का यूज आजकल बच्चे भी करने लगे हैं, लेकिन व्हाट्सएप यूज करने वालों के पर्सनल डाटा और वित्तीय जानकारियां चोरी होने का खतरा मंडरा रहा है। आजकल व्हाट्सएप की बढ़ती लोकप्रियता का फायदा उठाने के लिए इस पर हैकर्स सक्रिय हो गए हैं। अगर आप भी व्हाट्सएप यूज करते हैं तो आपके लिए ये खबर बहुत महत्वपूर्ण है।

व्हाट्सएप पर इन दिनों ‘Win T-shirts’, ‘Win Coupons’ ‘Win Shoes’ जैसे मैसेज की बाढ़ सी आ गई है। ऐसे लुभाने और ललचाने वाले संदेश को भेजने वालों का मकसद आपके फोन में सेंध लगाना होता है। ऐसे संदेशों के बारे में अधिकतर भेजने वाले की सही जानकारी नहीं होती है। ये आपके पास किसी और द्वारा भेजे गए होते हैं। अगर आप इन मैसेजों में आये लिंक पर गलती से भी क्लिक कर देते हैं, तो आपकी फोन में पड़ी सारी जानकारी लीक होने का खतरा रहता है। 
अब सवाल उठता है, कि कैसे इन फ्रॉड मैसेज को पहचाना जाए? तो घबराइए नहीं हम आपको बताते हैं..
-इस प्रकार के ज्यादातर संदेशों में आपसे फ्री कॉल, गिफ्ट, कुपन आदि का लालच दिया जाता है। इनमें से अधिकतर नकली यानी फ्रॉड होते हैं जिनका मकसद कुछ और होता है। इसलिए ऐसे किसी भी मैसेज पर क्लिक ना करें।
-ऐसे तमाम संदेशों को अगर आप ध्यान से देखेंगें तो पांएगे की इनमें बहुत सी सपेलिंग मिस्टेकस होती हैं।
-किसी भी प्रकार का वादा करने वाले मैसेज पर कभी भी यकीन न करें और न ही उसमें दिए गए लिंक पर।
-किसी और के द्वारा भेजे गए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें और न ही उसे किसी को आगे भेजें। 
– किसी प्रसिद्ध कंपनी के हवाले से दिए गए ऑफर पे यकीन करने से पहले उस कंपनी की वेबसाइट पर जाकर चेक कर लें बजाए मैसेज में आए लिंक पर क्लिक करने से पहले।

बिन सचिवालय क्लार्क गौण सेवा परिणाम जाहेर करे ते पहेला खानगी वेबसाइट पर परिणाम जाहेर थाई जाय परिक्षा रद करवा मांग

हाल ही में अतीत में गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (GSSSB) Sachivalay क्लर्क के लिए बिन Sachivalay क्लर्क के 2949 पदों और कार्यालय सहायकों की भर्ती के बारे में कुछ सूचनाएं बना दिया था। पोस्ट अधिसूचना आवेदनों की एक बड़ी कोई कमरा रिक्त पदों की भर्ती के लिए प्राप्त जारी किए हैं। उम्मीदवारों को भारी संख्या में पंजीकरण मारा था। यही कारण है कि प्रतियोगिता के स्तर का मतलब है और पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया युद्ध के प्रारंभिक चरणों से देखा जा सकता है।

भर्ती शरीर का नाम: गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड
पोस्ट रिक्ति का नाम: क्लर्क और कार्यालय सहायक
रिक्तियों की कुल संख्या: 3546 रिक्तियों
नौकरी की श्रेणी: गुजरात राज्य, भारत में सरकारी नौकरियों
परिणाम स्थिति उपलब्ध
परीक्षा की तिथि: अक्टूबर 2016 की 16 वीं
GSSSB बिन Sachivalay क्लर्क मेरिट सूची 2016: विमोचन नाम बुद्धिमान

GSSSB बिन Sachivalay क्लर्क कट ऑफ मार्क्स उपलब्ध
भर्ती वर्ष: 2016-17
नौकरी स्थान: गुजरात राज्य, भारत
गुजरात बिन Sachivalay क्लर्क Result 2016 परिणाम दिनांक: Nov- दिसं, 2016 और अधिक पढ़ें
GSSSB बिन Sachivalay क्लर्क Result 2016: ऑनलाइन घोषित
परीक्षा को सफलतापूर्वक सभी गुजरात राज्य में आयोजित किया गया था। कई परीक्षाओं केन्द्रों राज्य के ज्यादातर हिस्सों में परीक्षा के लिए विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में निर्धारित किया है। परीक्षा हॉल आवेदकों की भारी जनता देखा। वहाँ प्रश्न पत्रों के चार सेट थे। सेट ए, बी सेट, सेट सी और डी के सेट, परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों एकाधिक पसंद सवालों की श्रेणी के थे।
बिन सचिवालय क्लार्क परिक्षा रद करवा मांग

बिग गुड न्यूज:-गुजरात सरकार फिक्सपगार धारको सामनो केस पाछो खेचशे, जुनि असरर्थि पगार चुकवशे

कर्मचारियों के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण एवं स्वागत योग्य आदेश जारी किया है। माननीय न्यायालय का कहना है कि यदि राज्य सरकार ने उसे वेतन दिया है तो वो उसका कर्मचारी हुआ। संविदा या कोई दूसरा नाम देकर उसे अस्थाई करार नहीं दिया जा सकता। यदि यह आदेश एप्लिकेबल हुआ तो देश भर में कोई भी कर्मचारी अस्थाई नहीं रहेगा। 
राजस्थान हाईकोर्ट ने अस्थाई कर्मचारियों के बारे में महत्वपूर्ण आदेश जारी करते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत पदों के लिए नियमित भर्ती प्रक्रिया अपनाते हुए चयनित कर्मचारियों के नियुक्ति आदेश में केवल संविदा पर लिख देने से वे अस्थाई नहीं हो जाते।ऐसे कर्मचारियों को प्रतिमाह फिक्स सैलेरी देना व उनकी सेवाओं को नियमित नहीं करना असवैंधानिक नहीं बल्कि सर्वोच्च न्यायालय के कर्नाटक बनाम उमादेवी मामले में पारित अंतिम निर्णय का पालन करना सरकार के लिए ओब्लिगेशन है। इसलिए याचिकाकर्ता सहित उसके समान अन्य को तीन माह में सरकार नियमित करे। यह आदेश वरिष्ठ न्यायाधीश गोपाल कृष्ण व्यास ने याचिकाकर्ता बीकानेर निवासी यशवंत सिंह कि ओर से दायर याचिका को स्वीकार करते हुए दिया।

राज्य वेतन समिति की सिफारिशों पर प्रदेश कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्य कर्मचारियों को केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तरह फायदा मिलेगा। सरकार ने राज्य के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों पर लिए गए निर्णय के आधार पर लागू वेतन मैट्रिक्स, वेतन निर्धारण, पदोन्नति पर वेतन निर्धारण व वार्षिक वेतनवृद्धियों की व्यवस्था स्वीकार की है।

साथ ही तय किया है कि राजकीय पेंशनरों को पेंशन, ग्रेच्युटी, पेंशन राशिकरण, पारिवारिक पेंशन, महंगाई राहत आदि एक जनवरी से उसी तरह दी जाएंगी जैसे केंद्र सरकार द्वारा अपने पेंशनरों व पारिवारिक पेंशनरों को दी गई है।
10, 16, 26 साल पर मिलती रहेगी एसीपी
प्रदेश के विभिन्न वर्गों के कर्मियों को पुनरीक्षित वेतनमानों में 10 वर्ष, 16 वर्ष व 26 वर्ष की सेवा पर सुनिश्चित कॅरिअर प्रोन्नयन (एसीपी) का लाभ मिलेगा। वर्तमान में मिल रहे विभिन्न प्रकार के भत्ते व सुविधाएं नए वेतनमानों में पुरानी दरों पर मिलती रहेंगी। केंद्र सरकार ने अभी तक भत्तों के बारे में निर्णय नहीं किया है। लिहाजा प्रदेश भी इस पर अभी विचार नहीं कर पाया है।
फिक्सपगार धारक माटे खुश समाचार

ब्रेकिंग न्युज:- गुणोत्सव-7 नी तारीख़ मां फेरफार बाबत लेटेस्ट परिपत्र

प्राथमिक शिक्षा की नींव पर बनाया गया प्रत्येक नागरिक के विकास और एक पूरे के रूप में देश जिस पर है। हाल के दिनों में भारत की बेहतर शिक्षा प्रणाली अक्सर भारत के आर्थिक विकास में मुख्य योगदान में से एक के रूप में पेश किया जाता है। एक ही समय में, भारत में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में भी एक प्रमुख चिंता का विषय है। प्राथमिक स्कूल के छात्र कम से कम जो अपने दैनिक गतिविधियों के प्रदर्शन में सहायक हो सकता है पढ़ने, लिखने और सरल गणित समीकरणों के बुनियादी ज्ञान है।

गुजरात में उल्लेखनीय ध्यान केंद्रित करने और नामांकन के प्रयासों पर किया गया है, और प्राथमिक शिक्षा के लिए सफलता का एक किराया शेयर लाया है, जबकि सीखने के परिणामों और गुणवत्ता प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान के लिए चिंता का विषय सुधार सीखने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को बढ़ाने के द्वारा संबोधित किया गया है। यह गुणवत्ता के परिणामों को मजबूत बनाने के लिए गुजरात की सरकार ने एक कार्यक्रम Gunotsav, या 'मनाना गुणवत्ता' नामक शुरू की है। इसलिए Gunotsav प्राथमिक शिक्षा है जो बच्चों के सीखने के परिणामों के साथ-साथ सह शैक्षिक गतिविधियों, संसाधनों और समुदाय की भागीदारी का उपयोग भी शामिल की गुणवत्ता के लिए एक जवाबदेही ढांचे के रूप में परिभाषित किया गया है।
इस कार्यक्रम के एक उद्देश्य के साथ नवंबर 2009 के दौरान राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किया गया था, उसके अनुसार प्राथमिक शिक्षा परिदृश्य और ग्रेड स्कूल के शिक्षकों का मूल्यांकन करने के लिए। राज्य सरकार ने एक जमीनी क्षेत्र के रूप में प्राथमिक शिक्षा देखा और क्रांतिकारी प्रयोगों के साथ शुरू की है। गुजरात के सरकार के कदम की एक श्रृंखला शुरू की राज्य भर में अपने स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार करने के लिए और इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए इतनी के रूप में दिखाई दे रहा है और औसत दर्जे का सकारात्मक परिवर्तन को प्राप्त करने की इच्छा हो गया है। सरकार के प्रयासों स्कूल नामांकन बढ़ाने और स्कूल ड्रॉप आउट अनुपात, शिक्षा के क्षेत्र में दो प्रमुख चिंताओं को नीचे लाने में सफल हुए हैं। उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गुजरात में अगले 5 वर्षों में छात्र सीखने के परिणामों के संदर्भ में देश के शीर्ष तीन राज्यों के बीच होना चाहिए।
गुणोत्सव-7 तारीख माँ फेरफार-1

गुणोत्सव-7 तारीख माँ फेरफार-2